Nano urea fertilizer: अधिक लाभ हेतू इस प्रकार करे नैनो यूरिया का इस्तेमाल, होगा बेहतर लाभ
Nano urea fertilizer: किसान साथियों इस समय अनेक प्रकार की खाद एवम् उर्वरक का इस्तेमाल हो रहा है, रबी सीजन की फसलों की बुवाई का भी कार्य तकरीबन समाप्ति की और है, एवम् इस समय गेहूं एवम् सरसों में सिंचाई एवम् उर्वरक खेतों में दिया जा रहा है। ऐसे में ये जानना बहुत जरूरी हो जाता है कि खाद एवम् उर्वरक का फसलों में कैसे उपयोग करे।
काफ़ी सालों से खाद एवम् उर्वरक का इस्तेमाल ठोस रूप में किया जाता रहा है, हालांकि पिछले साल से अब नैनो यूरिया जोकि तरल ( liqued form) रूप में लांच हो चुकी है, जो बोतल में आसानी से सभी और पहूंच बन चुकी है, एवम् सभी खाद बीज की दूकानों पर उपलब्ध है। इसका इस्तेमाल करना बहुत ही आसान एवम् सुरक्षित है, एवम् अधिकतम लाभ लिया जा सकता है।
नैनो यूरिया (Nano urea) का ऐसे करे उपयोग
किसान भाइयों नैनो यूरिया का इस्तेमाल अकेले स्प्रे ना करें, इसके साथ चिलेटिड जिंक ( ISI मार्का वाली) एवम् मैरीनो लिक्विड या फिर सागरिका मिला कर स्प्रे का इस्तेमाल सही रहता है, जिसका रिज़ल्ट काफी बेहतर मिलता है एवम् चारे की फसलों में उसका सबसे ज्यादा फायदा मिलता है।
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नैनो यूरिया का इस्तेमाल खरीफ फसलों के लिए सबसे उपयुक्त होता है खासकर कपास एवम् धान की फसलों के लिए, कयोंकि नाइट्रोजन की मात्रा अधिक होने पर यदि ठोस यूरिया का इस्तेमाल करे उससे नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ जाती है, इसकी बजाय नैनो यूरिया का इस्तेमाल की सलाह दी जाती है, इसके अलावा गेहूं एवम् में भी नैनो यूरिया का इस्तेमाल किया जा सकता है।
नोट: किसान साथी इस समय सरसों की फसल में फंगस रोग के उपचार हेतु स्प्रे करते हैं उसकी बजाए यदि नैनो यूरिया (nano urea fertilizer use) या फिर मेरिनो लिक्विड का इस्तेमाल कर सकते है, इसका इस्तेमाल सिर्फ सरसों की फसल में करने की सलाह दी जाती है, अन्य फसलों में फंगस की स्प्रे कृषि विभाग से राय लेकर ही करे।
comclusion: किसान साथियों को सलाह दी जाती है कि किसी भी प्रकार का फसलों में स्प्रे या छिड़काव कृषि विशेषज्ञों से सलाह लेकर ही करे।
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